पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) आज के समय में निवेशकों के लिए एक लोकप्रिय बचत योजना है। वर्तमान में, PPF पर 7.1% का ब्याज मिल रहा है। भारत सरकार हर तिमाही छोटी बचत योजनाओं का इंटरेस्ट रेट तय करती है, और जून के अंत में यह दर फिर से तय होगी। निवेशक आशान्वित हैं कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में ब्याज दर में बढ़ोतरी होगी। आइए जानते हैं PPF के इतिहास, वर्तमान स्थिति और संभावित बदलावों के बारे में विस्तार से।
पीपीएफ ब्याज दर का इतिहास (PPF Interest Rate)
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) की शुरुआत 1968 में हुई थी। उस समय ब्याज दर मात्र 4.8% थी और अधिकतम निवेश सीमा 15,000 रुपये थी। 1970 से 1973 के बीच यह ब्याज दर 5% कर दी गई थी। समय-समय पर PPF की ब्याज दरों में बदलाव होते रहे हैं। यहां PPF ब्याज दर का संक्षिप्त इतिहास दिया गया है-
अवधि | ब्याज दर (%) |
---|---|
01.04.1986 से 31.03.1988 | 12 |
01.04.1988 से 14.01.2000 | 12 |
15.01.2000 से 28.02.2001 | 11 |
01.04.2012 से 31.03.2013 | 8.8 |
01.04.2013 से 31.03.2016 | 8.7 |
पीपीएफ की मौजूदा स्थिति
पिछले 10 वर्षों में, पीपीएफ ब्याज दर 7.1% से 8.8% के बीच रही है, जो इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाती है। 2014 में, सरकार ने निवेश की सीमा को ₹1 लाख से बढ़ाकर ₹1.5 लाख कर दिया था, जिससे लोगों को अधिक बचत करने में मदद मिली। वर्तमान में, पीपीएफ 7.1% की ब्याज दर प्रदान करता है, जो इसे कर-लाभ वाली बचत योजनाओं में से एक बनाता है।
यह योजना उन लोगों के लिए एकदम सही है जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और सुरक्षित और विश्वसनीय रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं।
क्या बढ़ सकती है ब्याज दर?
बढ़ती महंगाई और लंबी अवधि के निवेश के मद्देनजर, कई निवेशक पीपीएफ में ब्याज दर वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। यह वृद्धि निवेशकों को बेहतर रिटर्न प्रदान करेगी और इस लोकप्रिय बचत योजना को और अधिक आकर्षक बना देगी।
इसके अलावा, मोदी सरकार द्वारा छोटे निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए ये खास कदम उठाया जा सकता है हालांकि, अभी तक सरकार द्वारा ब्याज दर बढ़ाने की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
पीपीएफ में निवेश से पहले इन बातों का रखें ख्याल
PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) एक लोकप्रिय दीर्घकालिक बचत योजना है जो आकर्षक ब्याज दर, कर लाभ और सुरक्षा प्रदान करती है। यदि आप पीपीएफ में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- हर साल कम से कम 500 रुपये जमा करना अनिवार्य है।
- PPF का लॉक-इन पीरियड 15 साल का होता है।
- PPF पर मिलने वाले ब्याज और मैच्योरिटी राशि कर-मुक्त होती है।
निष्कर्ष
पीपीएफ एक सरकारी सुरक्षित और लाभदायक योजना है जो निवेशकों को सुरक्षा और आकर्षक ब्याज दर प्रदान करती है। यह उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और अपने पैसे को सुरक्षित रखना चाहते हैं।