घर में इन्वर्टर का सही मेंटेनेंस: जानिए कैसे बनाए रखें अपनी बैटरी का बैकअप

इन्वर्टर और बैटरी की सही देखभाल से आप उनकी लाइफ बढ़ा सकते हैं और बेहतर बैकअप प्राप्त कर सकते हैं। जानिए, बैटरी का वाटर लेवल कब चेक करें, डिस्टिल्ड वाटर का उपयोग क्यों जरूरी है, और इन्वर्टर को सही जगह पर कैसे रखें।

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Written byManju Chamoli

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घर में इन्वर्टर का सही मेंटेनेंस: जानिए कैसे बनाए रखें अपनी बैटरी का बैकअप
Proper maintenance of inverter at home

इन्वर्टर का सही मेंटेनेंस: आज के समय में इन्वर्टर हर घर की एक अनिवार्य जरुरत बन चुका है। बिजली की सप्लाई नियमित न होने के कारण लाइट के बैकअप के लिए इन्वर्टर का होना बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। इन्वर्टर की वजह से घर में 24 घंटे बिजली की सुविधा रहती है, जिससे रोजमर्रा के काम में कोई दिक्कत नहीं होती और गर्मी के दिनों में राहत मिलती है। अगर आपके घर में भी इन्वर्टर है, तो इसके सही मेंटेनेंस की जानकारी होना बेहद जरूरी है।

इन्वर्टर की देखभाल क्यों है जरूरी?

इन्वर्टर का सही मेंटेनेंस करने से उसकी लाइफ बढ़ जाती है और बैकअप भी अच्छा मिलता है। इसलिए आपको पता होना चाहिए कि बैटरी का बैकअप बनाए रखने के लिए कितने दिन में पानी डालना जरूरी होता है। सही समय पर बैटरी की देखभाल करने से आपके हजारों रुपये बच सकते हैं।

इन्वर्टर का मेंटेनेंस कैसे करें?

इन्वर्टर की देखभाल के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा:

  1. इन्वर्टर की जगह का चयन: इन्वर्टर को ऐसी जगह पर रखें, जहां हवा आसानी से पहुंच सके। इससे हिटिंग की समस्या नहीं होगी। इन्वर्टर को धूल, मिट्टी, पानी या सीलन वाली जगह पर न रखें, क्योंकि इससे इन्वर्टर की बॉडी पर जंग लग सकती है और जल्दी खराब हो सकती है।
  2. बैटरी की देखभाल: इन्वर्टर में बैटरी सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। समय पर रिफिलिंग न होने पर वाटर लेवल में कमी आ सकती है, जिससे बैकअप कम हो जाएगा और बैटरी जल्दी खराब हो सकती है।

बैटरी का बैकअप बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

1. वाटर लेवल को कैसे मेंटेन करें?

बैटरी के हर पॉइंट में एक लेवलर होता है, जिसमें ग्रीन पॉइंट तक पानी डालना जरूरी है। हर 2 से 4 महीने के दौरान वाटर लेवल को चेक करते रहें। खासतौर पर गर्मी के दिनों में बैटरी की परफॉरमेंस बनाए रखने के लिए हर महीने वाटर लेवल चेक करें।

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2. गर्मी के दिनों में ध्यान देने योग्य बातें

गर्मी के दिनों में बैटरी का वाटर लेवल जल्दी नीचे जाता है। इसलिए हर 45 दिन के अंतराल पर बैटरी का वाटर लेवल चेक करें और अगर पानी कम हो तो इसे ग्रीन पॉइंट तक फिर से भरें। इससे बैटरी लंबे समय तक चलेगी और अच्छा बैकअप देगी। पानी डालते समय यह ध्यान रखें कि बैटरी और इन्वर्टर की सप्लाई कट हो और चार्जिंग के लिए मैन लाइन से स्विच को निकाल दिया गया हो। इससे शॉक लगने का खतरा नहीं रहेगा।

3. डिस्टिल्ड वाटर का उपयोग करें

इन्वर्टर बैटरी के लिए हमेशा डिस्टिल्ड वाटर का ही इस्तेमाल करें। घरेलू पानी या आरओ द्वारा शुद्ध किए गए पानी में अशुद्धियां हो सकती हैं, जो बैटरी को खराब कर सकती हैं। इसलिए सिर्फ डिस्टिल्ड वाटर का ही उपयोग करें।

इन्वर्टर और बैटरी मेंटेनेंस की चेकलिस्ट

मेंटेनेंस टास्कसमय अंतरालमहत्वपूर्ण टिप्स
इन्वर्टर की जगह का चयनस्थायीहवा की सुचारू पहुंच
बैटरी का वाटर लेवल चेक करनाहर 2-4 महीनेग्रीन पॉइंट तक पानी भरें
गर्मियों में वाटर लेवल चेक करनाहर 45 दिनसप्लाई कट करके ही पानी डालें
डिस्टिल्ड वाटर का उपयोगहर रिफिलिंगघरेलू पानी का उपयोग न करें

सही मेंटेनेंस से आपके इन्वर्टर और बैटरी की लाइफ बढ़ेगी और बैकअप भी अच्छा मिलेगा। इन्वर्टर को सही जगह पर रखें और बैटरी का वाटर लेवल समय-समय पर चेक करते रहें। केवल डिस्टिल्ड वाटर का उपयोग करें और गर्मियों में विशेष ध्यान दें। इस प्रकार आप अपने इन्वर्टर और बैटरी को लंबे समय तक चलने वाला बना सकते हैं।

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