आजकल स्मार्टफोन हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। दिन में हम कई काम करते हैं और ज्यादातर में स्मार्टफोन की जरूरत पड़ती है। लेकिन जब फोन चार्ज न हो तो अलग ही सिरदर्द बन जाता है। ऐसा न हो इसके लिए जरूरी है कि हम फोन को चार्ज करते रहें।
लेकिन, इस दौरान एक गलती है जो बहुत से लोग करते हैं। दरअसल होता क्या है कि फोन की बैटरी खत्म होने पर हम उसे चार्ज पर लगा देते हैं और चार्ज होने के बाद इस्तेमाल करने लग जाते हैं। जबकि, सबसे पहले हमें बिजली बोर्ड से चार्जर को निकालना चाहिए। लेकिन, ज्यादातर लोग ऐसा नहीं करते हैं उन्हें नहीं पता है कि इससे कई तरह के नुकसान हो सकते हैं।
बिजली बोर्ड में न छोड़ें चार्जर
यहां दो बातें हैं पहला अगर आप बिजली बोर्ड में ही चार्जर लगा छोड़ देते हैं। लेकिन बटन से उसे बंद कर देते हैं तो इसमें कोई परेशानी नहीं है। दिक्कत उस वक्त आती है जब चार्जर को निकाला नहीं जाता है और उसको लगातार पावर मिल रही होती है। ऐसी स्थिति में कई तरह के नुकसान होने की संभावना रहती है।
नुकसान
- ओवरहीटिंग: फोन चार्जिंग के वक्त चार्जर का थोड़ा-बहुत गरम होना स्वाभाविक है। लेकिन अगर फोन चार्ज नहीं हो रहा है और तब भी चार्जर गरम हो रहा है तो यहां ध्यान देने की जरूरत है। ऐसा तभी होता है जब बिजली बोर्ड में चार्जर को लगा छोड़ दिया जाए। इसलिए यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वह इस गलती को न करें तो ही बेहतर है।
- चार्जर ब्लास्ट का खतरा: अच्छी क्वालिटी के चार्जर के साथ ब्लास्ट होने की घटना बहुत कम होती है। लेकिन पैसे बचाने के चक्कर में अगर आपने घटिया क्वालिटी चार्जर खरीदा है तो इस स्थिति में वह ब्लास्ट हो सकता है। इसलिए आपको बिजली बोर्ड में चार्जर लगा हुआ भूलकर भी नहीं छोड़ना चाहिए।
- बिजली की खपत: यूं तो आजकल चार्जर काफी मॉडर्न हो गए हैं। लेकिन फिर हमें फोन चार्ज होने के बाद बिजली बोर्ड से चार्जर को निकालकर अलग रख देना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो उसमें खराबी आने की संभावना बढ़ जाती है। इस दौरान चार्जर बिजली भी कंज्यूम कर रहा होता है। लेकिन वह बहुत कम होती है। इसे तकनीकी भाषा में Vampire power कहा जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के चार्जर को कब निकालें?
यह जानकारी सिर्फ़ स्मार्टफोन के चार्जर तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के चार्जर पर लागू होती है। किसी भी डिवाइस को चार्ज करने के बाद उसका चार्जर ज़रूर निकाल देना चाहिए। ऐसा करने से न केवल चार्जर की सुरक्षा होती है, बल्कि बिजली की बचत भी होती है।
जब चार्जर बिजली के सॉकेट में लगा रहता है, भले ही डिवाइस चार्ज न हो रहा हो, तब भी थोड़ी बिजली खर्च होती रहती है। ज़रा सोचिए, अगर हम सब ऐसा ही करते हैं, तो कितनी बिजली बर्बाद होगी?
इसलिए, आज से ही आदत डालें कि किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का इस्तेमाल न होने पर उसका चार्जर ज़रूर निकाल लें। यह एक छोटी सी आदत है, जो आपके पैसे बचाने के साथ-साथ पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होगी।